आज़ादी क्या है
आज़ादी क्या है
आज़ हर किसी के लिए आज़ादी की अपनी परिभाषा है| या फिर ये कहें कि हर किसी के लिए आज़ादी के मायने अलग अलग हैं| तो आपके लिए आज़ादी क्या है?
कोई कहता है कि अपनी मर्ज़ी से अपने कर्म करना ही आज़ादी है| परंतु शारीरिक रूप से आज़ाद होना ही काफ़ी नहीं बल्कि आज़ादी को महसूस करना भी ज़रूरी है|
हम हमेशा दूसरों को बदलना चाहते हैं पर अपने आप को नहीं बदलना चाहते| ज़रा सोचिये अगर हमारे देश के अमर शहीद भी ऐसे ही सोचते तो क्या हम आज आज़ाद होते! हमें सबसे पहले अपने आप को बदलना होगा| अपने संकीर्ण विचारों को बदलना होगा| तभी हम आज़ादी का सही मतलब समझ पायेंगे|
मेरे लिए बाहरी रूप से नहीं बल्कि आंतरिक रूप से अपने पर काबू पाना ही असली आज़ादी है| अपने अंतर्मन पर नियंत्रण कर अपने विचारों और अपने कर्मों को सही दिशा प्रदान करना ही सही मायनों में आज़ाद होना है|
इसके लिए हम योगासन या फिर ध्यान लगाने (मेडिटेशन) का अभ्यास भी कर सकते हैं| नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से हम इस आज़ादी को महसूस कर सकते हैं|
आज़ादी ऐसी हो जिसमें स्वतन्त्र विचारधारा का निर्माण हो जो किसी भी तरह के धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक बंधनों से आज़ाद हो| जैसा क़ि ह्मारे देश के महान देशभक्तों ने सपना देखा था|
जय हिन्द | जय भारत |